Monday, December 7, 2009

अंक ज्योतिष -प्रश्नोत्तरी




अंक ज्योतिष -प्रश्नोत्तरी

अंक ज्योतिष , हस्त रेखा शास्त्र, ज्योतिष एवं अन्य फलित विज्ञानों में से कौन सा सब से सटीक है?
अवश्य ही ज्योतिष सभी फलित विज्ञानों में सबसे सटीक है। यह ही सब की जननी है। ज्योतिष के बाद हस्त रेखा सटीकता में खरा उतरता है। तदुपरांत अंक ज्योतिष या अन्य आते हैं।
अंक ज्योतिष में शून्य का कोई फल नहीं?
नहीं।
अंक ज्योतिष कहाँ तक उपयोग में आता है?
अंक ज्योतिष द्वारा जातक का स्वाभाव वगैरह तो जान ही सकते हैं साथ ही २ जातकों के मूलांक एवं भाग्यांक द्वारा स्मंजस्यता भी जान सकते हैं। अर्थात मेलपाक कर सकते हैं। जातक के मूलांक , या भाग्यांक से , मित्र सम्बन्ध वाली तारिख की गणना करके महूर्त निकाल सकते हैं। जातक और उसकी कम्पनी के लिए शुभ नाम निकाल सकते हैं। जातक के लिए कौन सा वर्ष उत्तम है, यह वर्षांक द्वारा जाना जा सकता है। जातक से अंक पूछ कर प्रश्न का उत्तर दिया जा सकता है। इस प्रकार अंक ज्योतिष का उपयोग जातक के फल विवेचन , मिलान, वर्षफल, , प्रश्न, शुभ नाम जानने आदि के लिए किया जा सकता है।
मेदनीय ज्योतिष मै अंक ज्योतिष का क्या महत्व है?
अंक ज्योतिष को देश - विदेश में आपसी ताल मेल जानने के लिए प्रयोग किया जा सकता है। इसके लिए देश के नाम का नामांक निकल कर आपसी मेल पाक किया जा सकता है। अमुक देश के लिए कौन सा वर्ष अच्छा रहेगा और कौन सा ख़राब यह वर्ष के अंक और देश के नामांक मै मेल द्वारा ज्ञात किया जाता है। शेयर बाज़ार में भी शेयर के नाम का नामांक निकाल कर एवं तारीख या वार स्वामी से उसका सम्बन्ध जान कर उसके उतराव चढाव का फलित किया जा सकता है।
ज्योतिष द्वारा मेल पाक कैसे करें ?
२ जातकों के मूलांक एवं भाग्यांक यदि मैत्री रखते हों तो मेलपाक शुभ रहेगा अन्यथा अशुभ। अंको के गुण - धर्म द्वारा उनका मेल पाक विस्तृत रूप से बताया जा सकता है।
वाहन , मकान, और लाटरी के नम्बरों का अंक ज्योतिष द्वारा कैसे चयन करें?
जिस प्रकार किसी जन्म तारीख से मूलांक एवं भाग्यांक निकालते हैं उसी प्रकार वाहन आदि के नम्बर का मूलांक एवं संयुकतांक निकाला जाता है। उसका जातक के मूलांक एवं संयुक्त अंक से सम्बन्ध जान कर के शुभता अशुभता का विचार किया जा सकता है।

नाम या कम्पनी के नाम का चयन कैसे करें ?
ज्योतिष से तो नाम का प्रथम अक्षर जान लेते हैं। अंक ज्योतिष द्वारा भी प्रथम अक्षर का चुनाव अपने मूलांक के अनुसार कर सकते हैं। नाम के कुछ अक्षर घटा बढ़ा कर नामांक को शुभ बनाया जा सकता है।
ज्योतिष से प्रश्न का उत्तर कैसे दें ?
प्रश्न करता से एक नम्बर पूछें४-५ या उस से अधिक अंको का। उसके योग से प्रश्न का उत्तर पता करें। यदि वह योग मूलांक एवं भाग्यांक से मेल खाता हो और मैत्री हो तो शुभ अथवा अशुभ। प्रश्न काल के युगांक का जातक के मूलांक एवं भाग्यांक से सम्बन्ध जानकर भी प्रश्न का उत्तर प्राप्त किया जा सकता है। जैसे - प्रश्न काल ७ दिसम्बर २००९ को ७ बज कर २० मिनट पर प्रश्न किया गया तो युगांक हुआ =३। अतः प्रश्नकर्ता का मूलांक भी ३ है तो फल उत्तम होगा।
चक्र में लोशु चक्र क्या होता है?
लोशु चक्र में अंकों के स्थान निर्धारित हैं। इसमे जन्म दिनांक के सारे अंक रख दिए जाते हैं। और यह जाना जाता है के कौन सा अंक कितनी बार आया है। और कौन सा अंक नहीं आया है। उनकी जातक के जीवन में कमी रहती है। और जो अंक एक से अधिक बार आया है उसकी पूर्णता रहती है।
के अतिरिक्त हिन्दी या अन्य भाषाओं में नामांक भिन्न आते हैं तो क्या ठीक माने?
सभी भाषाओँ में अक्षरों के अंक नहीं दिए गए। हिन्दी में अक्षरों को अंक तो दिए गए हैं पर अधिक प्रचलित नहीं हैं। अतः उनके फल कितने सटीक हैं कहना मुश्किल है। अतः नाम को अंग्रेज़ी में लिख कर उसका योग कर नामांक की गणना करना उचित है।

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